निशा_ए_मोहब्बत January 08, 2025 निशान किसी का और लिए फिरते है निशान किसी का और लिए फिरते हैजनाब मोहब्बत में मेरे सनम मोहब्बत में मेरे सनममेरे मरने का इंतजाम किए फिरते है Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Share Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
गंगा_नहाए January 15, 2025 गंगा केवल तन धुले मन की किट्ट न धोए मन की किट्ट जब धुले जब राम सुध मन होय Read more
हर हाल मुक्लम उनसे May 25, 2025 हर हाल मुक्लम उनसे हर ख्वाब मुक्लम उनसे हर फतेह मुक्लम उनसे हर शिकस्त मुकम्मल उनसे वो पनाह दे या न दे हर चौखट मुक्लम उनसे Read more
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